बी ए - एम ए >> एम ए सेमेस्टर-1 - गृह विज्ञान - चतुर्थ प्रश्नपत्र - अनुसंधान पद्धति एम ए सेमेस्टर-1 - गृह विज्ञान - चतुर्थ प्रश्नपत्र - अनुसंधान पद्धतिसरल प्रश्नोत्तर समूह
|
0 5 पाठक हैं |
एम ए सेमेस्टर-1 - गृह विज्ञान - चतुर्थ प्रश्नपत्र - अनुसंधान पद्धति
प्रश्न- समस्या का सीमांकन तथा मूल्यांकन कीजिए तथा समस्या के प्रकार बताइए।
अथवा
समस्या का सीमांकन कीजिये।
अथवा
समस्या के सीमांकन से आप क्या समझते हैं?
अथवा
समस्या का मूल्यांकन कीजिए।
अथवा
समस्याओं के प्रकार बताइए?
उत्तर -
समस्या के निम्न पक्षों का सीमांकन करना चाहिए -
(1) चरों का नियंत्रण तथा सीमान्त चरों का अध्ययन में समावेश।
(2) समस्या का क्षेत्र सीमित करना।
(3) समस्या के अध्ययन के लिए न्यादर्श का चयन।
(4) विश्लेषण के लिए समुचित प्रविधि का प्रयोग करना।
प्रस्तुत पक्षों को ध्यान में रखकर हम समस्या का व्यावहारिक रूप से मूल्यांकन कर सकते हैं।
शोध- समस्या का प्रकरण - शिक्षक प्रभावशीलता तथा शिक्षक क्षमताओं में सह-सम्बन्ध का अध्ययन है। वास्तव में शोध प्रकरण का स्वरूप व्यावहारिक होता है।
समस्या के निर्धारण से पूर्व उसके सम्बन्ध में अनेक प्रश्न पूछे जाने चाहिए जब इन सभी प्रश्नों का सन्तोषजनक उत्तर मिले तभी कार्य प्रारम्भ करना चाहिए। समस्या के मूल्यांकन प्रश्न निम्न हैं-
(1) क्या समस्या सम्बन्धी प्रश्न का उत्तर उपलब्ध है? क्या समस्या नई है? क्या समस्या का उत्तर ज्ञात करने के लिए सम्बन्धित साहित्य की समीक्षा करनी होती है। क्या समस्या का समाधान शैक्षिक सिद्धान्त तथा अभ्यास में कोई अन्तर ला सकेगा?
(2) यद्यपि समस्या की नवीनतम महत्त्वपूर्ण विशेषता है पूर्व शोध की अपेक्षाकृत नवीन परीक्षण तथा शोध प्रविधियों को प्रयुक्त किया जा सकता है।
(3) क्या समस्या का स्वरूप ऐसा है जिससे शोध कार्य किया जा सके।
समस्या के सम्बन्ध में विशिष्ट प्रश्नों का अध्ययन करना चाहिए-
(1) क्या मुझमें वे क्षमताएँ या योग्यताएँ हैं जिससे मैं शोध कार्य कर सकूँ?
(2) क्या आवश्यक प्रयोग के लिए प्राचार्य तथा प्रशासन मुझे समस्त सुविधाएँ व अनुमति देंगे?
(3) समस्या के परीक्षण तथा शोध प्रबन्ध तैयार करने में कितना व्यय होगा?
(4) क्या समस्या सम्बन्धी अवधारणाओं की पूर्ति हो सकेगी?
समस्या को सामान्य रूप से चार श्रेणियों में बाँट सकते हैं-
(1) ऐतिहासिक समस्याएँ - ऐसी समस्याएँ जो इतिहास से सम्बन्धित होती हैं उसे ऐतिहासिक समस्या कहते हैं। उदाहरण के लिए प्राचीन भारत में शिक्षा, स्त्री शिक्षा की प्रगति का अध्ययन।
(2) दार्शनिक समस्याएँ - वे समस्या जिनका अध्ययन दार्शनिक व्याख्या के आधार पर किया जाता है, उन्हें दार्शनिक समस्या कहते हैं, जैसे गाँधी जी का शिक्षा दर्शन, शिक्षा के व्यावहारिकतावादी सिद्धान्त।
(3) सर्वेक्षण प्रकार की समस्याएँ - अपने देश में शिक्षा, मनोविज्ञान तथा समाज-विज्ञान तथा समाज में इस प्रकार की अध्ययन बहुत होता है।
(4) सैद्धान्तिक समस्याएँ - जिन समस्याओं में सैद्धान्तिक प्रश्न निहित होते हैं उन्हें सैद्धान्तिक समस्या कहते हैं।
(5) व्यावहारिक समस्याएँ - व्यावहारिक समस्या का सम्बन्ध व्यावहारिक पक्ष से होता है।
(6) सह-सम्बन्धात्मक समस्याएँ - जिन समस्याओं में दो चरों में सम्बन्ध ढूँढ़ने का प्रयास किया जाता है, उन्हें सह-सम्बन्ध समस्या कहते हैं।
(7) प्रायोगिक समस्याएँ - प्रायोगिक समस्याएँ वर्तमान लोगों को विशेष सम्मान की ओर उन्मुख है। समस्याओं में स्वतन्त्र चल-राशियों में परिवर्तन कर आश्रित चर राशि पर उसका प्रभाव देखते हैं। इसके अन्तर्गत समस्त प्रभावकों पर नियंत्रण रखते हैं तथा किसी एक प्रभाव का अध्ययन करते हैं।
|
- प्रश्न- अनुसंधान की अवधारणा एवं चरणों का वर्णन कीजिये।
- प्रश्न- अनुसंधान के उद्देश्यों का वर्णन कीजिये तथा तथ्य व सिद्धान्त के सम्बन्धों की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- शोध की प्रकृति पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- शोध के अध्ययन-क्षेत्र का विस्तारपूर्वक वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- 'वैज्ञानिक पद्धति' क्या है? वैज्ञानिक पद्धति की विशेषताओं की व्याख्या कीजिये।
- प्रश्न- वैज्ञानिक पद्धति के प्रमुख चरणों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- अन्वेषणात्मक शोध अभिकल्प की व्याख्या करें।
- प्रश्न- अनुसन्धान कार्य की प्रस्तावित रूपरेखा से आप क्या समझती है? इसके विभिन्न सोपानों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- शोध से क्या आशय है?
- प्रश्न- शोध की विशेषतायें बताइये।
- प्रश्न- शोध के प्रमुख चरण बताइये।
- प्रश्न- शोध की मुख्य उपयोगितायें बताइये।
- प्रश्न- शोध के प्रेरक कारक कौन-से है?
- प्रश्न- शोध के लाभ बताइये।
- प्रश्न- अनुसंधान के सिद्धान्त का महत्व क्या है?
- प्रश्न- वैज्ञानिक पद्धति के आवश्यक तत्त्व क्या है?
- प्रश्न- वैज्ञानिक पद्धति का अर्थ लिखो।
- प्रश्न- वैज्ञानिक पद्धति के प्रमुख चरण बताओ।
- प्रश्न- गृह विज्ञान से सम्बन्धित कोई दो ज्वलंत शोध विषय बताइये।
- प्रश्न- शोध को परिभाषित कीजिए तथा वैज्ञानिक शोध की कोई चार विशेषताएँ बताइये।
- प्रश्न- गृह विज्ञान विषय से सम्बन्धित दो शोध विषय के कथन बनाइये।
- प्रश्न- एक अच्छे शोधकर्ता के अपेक्षित गुण बताइए।
- प्रश्न- शोध अभिकल्प का महत्व बताइये।
- प्रश्न- अनुसंधान अभिकल्प की विषय-वस्तु लिखिए।
- प्रश्न- अनुसंधान प्ररचना के चरण लिखो।
- प्रश्न- अनुसंधान प्ररचना के उद्देश्य क्या हैं?
- प्रश्न- प्रतिपादनात्मक अथवा अन्वेषणात्मक अनुसंधान प्ररचना से आप क्या समझते हो?
- प्रश्न- 'ऐतिहासिक उपागम' से आप क्या समझते हैं? इस उपागम (पद्धति) का प्रयोग कैसे तथा किन-किन चरणों के अन्तर्गत किया जाता है? इसके अन्तर्गत प्रयोग किए जाने वाले प्रमुख स्रोत भी बताइए।
- प्रश्न- वर्णात्मक शोध अभिकल्प की व्याख्या करें।
- प्रश्न- प्रयोगात्मक शोध अभिकल्प क्या है? इसके विविध प्रकार क्या हैं?
- प्रश्न- प्रयोगात्मक शोध का अर्थ, विशेषताएँ, गुण तथा सीमाएँ बताइए।
- प्रश्न- पद्धतिपरक अनुसंधान की परिभाषा दीजिए और इसके क्षेत्र को समझाइए।
- प्रश्न- क्षेत्र अनुसंधान से आप क्या समझते है। इसकी विशेषताओं को समझाइए।
- प्रश्न- सामाजिक सर्वेक्षण का अर्थ व प्रकार बताइए। इसके गुण व दोषों की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- सामाजिक सर्वेक्षण से आप क्या समझते हैं? इसके प्रमुख प्रकार एवं विशेषताएँ बताइये।
- प्रश्न- सामाजिक अनुसन्धान की गुणात्मक पद्धति का वर्णन कीजिये।
- प्रश्न- क्षेत्र-अध्ययन के गुण लिखो।
- प्रश्न- क्षेत्र-अध्ययन के दोष बताओ।
- प्रश्न- क्रियात्मक अनुसंधान के दोष बताओ।
- प्रश्न- क्षेत्र-अध्ययन और सर्वेक्षण अनुसंधान में अंतर बताओ।
- प्रश्न- पूर्व सर्वेक्षण क्या है?
- प्रश्न- परिमाणात्मक तथा गुणात्मक सर्वेक्षण का अर्थ लिखो।
- प्रश्न- सामाजिक सर्वेक्षण का अर्थ बताकर इसकी कोई चार विशेषताएँ बताइए।
- प्रश्न- सर्वेक्षण शोध की उपयोगिता बताइये।
- प्रश्न- सामाजिक सर्वेक्षण के विभिन्न दोषों को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- सामाजिक अनुसंधान में वैज्ञानिक पद्धति कीक्या उपयोगिता है? सामाजिक अनुसंधान में वैज्ञानिक पद्धति की क्या उपयोगिता है?
- प्रश्न- सामाजिक सर्वेक्षण के विभिन्न गुण बताइए।
- प्रश्न- सामाजिक सर्वेक्षण तथा सामाजिक अनुसंधान में अन्तर बताइये।
- प्रश्न- सामाजिक सर्वेक्षण की क्या सीमाएँ हैं?
- प्रश्न- सामाजिक सर्वेक्षण की सामान्य विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- सामाजिक सर्वेक्षण की क्या उपयोगिता है?
- प्रश्न- सामाजिक सर्वेक्षण की विषय-सामग्री बताइये।
- प्रश्न- सामाजिक अनुसंधान में तथ्यों के संकलन का महत्व समझाइये।
- प्रश्न- सामाजिक सर्वेक्षण के प्रमुख चरणों की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- अनुसंधान समस्या से क्या तात्पर्य है? अनुसंधान समस्या के विभिन्न स्रोतक्या है?
- प्रश्न- शोध समस्या के चयन एवं प्रतिपादन में प्रमुख विचारणीय बातों का वर्णन कीजिये।
- प्रश्न- समस्या का परिभाषीकरण कीजिए तथा समस्या के तत्वों का विश्लेषण कीजिए।
- प्रश्न- समस्या का सीमांकन तथा मूल्यांकन कीजिए तथा समस्या के प्रकार बताइए।
- प्रश्न- समस्या के चुनाव का सिद्धान्त लिखिए। एक समस्या कथन लिखिए।
- प्रश्न- शोध समस्या की जाँच आप कैसे करेंगे?
- प्रश्न- अनुसंधान समस्या के प्रकार बताओ।
- प्रश्न- शोध समस्या किसे कहते हैं? शोध समस्या के कोई चार स्त्रोत बताइये।
- प्रश्न- उत्तम शोध समस्या की विशेषताएँ बताइये।
- प्रश्न- शोध समस्या और शोध प्रकरण में अंतर बताइए।
- प्रश्न- शैक्षिक शोध में प्रदत्तों के वर्गीकरण की उपयोगिता क्या है?
- प्रश्न- समस्या का अर्थ तथा समस्या के स्रोत बताइए?
- प्रश्न- शोधार्थियों को शोध करते समय किन कठिनाइयों का सामना पड़ता है? उनका निवारण कैसे किया जा सकता है?
- प्रश्न- समस्या की विशेषताएँ बताइए तथा समस्या के चुनाव के अधिनियम बताइए।
- प्रश्न- परिकल्पना की अवधारणा स्पष्ट कीजिये तथा एक अच्छी परिकल्पना की विशेषताओं का वर्णन कीजिये।
- प्रश्न- एक उत्तम शोध परिकल्पना की विशेषताएँ बताइये।
- प्रश्न- उप-कल्पना के परीक्षण में होने वाली त्रुटियों के बारे में उदाहरण सहित बताइए तथा इस त्रुटि से कैसे बचाव किया जा सकता है?
- प्रश्न- परिकल्पना या उपकल्पना से आप क्या समझते हैं? परिकल्पना कितने प्रकार की होती है।
- प्रश्न- उपकल्पना के स्रोत, उपयोगिता तथा कठिनाइयाँ बताइए।
- प्रश्न- उत्तम परिकल्पना की विशेषताएँ लिखिए।
- प्रश्न- परिकल्पना से आप क्या समझते हैं? किसी शोध समस्या को चुनिये तथा उसके लिये पाँच परिकल्पनाएँ लिखिए।
- प्रश्न- उपकल्पना की परिभाषाएँ लिखो।
- प्रश्न- उपकल्पना के निर्माण की कठिनाइयाँ लिखो।
- प्रश्न- शून्य परिकल्पना से आप क्या समझते हैं? उदाहरण सहित समझाइए।
- प्रश्न- उपकल्पनाएँ कितनी प्रकार की होती हैं?
- प्रश्न- शैक्षिक शोध में न्यादर्श चयन का महत्त्व बताइये।
- प्रश्न- शोधकर्त्ता को परिकल्पना का निर्माण क्यों करना चाहिए।
- प्रश्न- शोध के उद्देश्य व परिकल्पना में क्या सम्बन्ध है?
- प्रश्न- महत्वशीलता स्तर या सार्थकता स्तर (Levels of Significance) को परिभाषित करते हुए इसका अर्थ बताइए?
- प्रश्न- शून्य परिकल्पना में विश्वास स्तर की भूमिका को समझाइए।